पिछले कुछ महीनों में महंगाई बहुत तेज़ी से बढ़ी है। पैट्रोल, डीज़ल की कीमतें आपके सामने हैं। एक मोटर-बाईक जो कि कुछ महीने पहले 60,000 रुपये की थी वो आज 90,000 रुपये से एक लाख तक पहुंच गयी है। हमारी अपनी गार्डन पाईप में 40 प्रतिशत की बढ़ौतरी हो गयी है।
कुछ चीज़ें ऐसी हैं जिनमें आपके पास कोई विकल्प नहीं है सस्ता substitute खरीदने का। जैसे की पैट्रोल। आप पैट्रोल-कार में पैसे बचाने के लिए डीज़ल नहीं डाल सकते। आपको पैट्रोल ही डालना होगा। पर ऐसे कई उत्पाद हैं जिनमें आपके पास विकल्प होता है कुछ सस्ताsubstitute खरीदने का, जैसे की टी-वी, फ्रिज, गार्डन पाईप और कई सारी चीज़ें।
आप सैमसन्ग का टीवी भी ले सकते हैं और एक चाईनीज़ टीवी भी ले सकते हैं। आप गरुड गार्डन पाईप भी खरीद सकते हैं और एक काफी सस्ती गार्डन पाईप भी खरीद सकते हैं।
अब महंगाई का कारण कुछ भी हो, सबसे ज्यादा प्रभावित आप और हम ही होते हैं। और महंगाई कभी जायेगी नहीं। अन्तर बस इतना है कि कभी ये तेज़ी से बढ़ती है और कभी धीरे-धीरे।
पर तेज़ी से बढ़ती हुई महंगाई में भी हम थोड़ा ध्यान से और समझदारी से खरीददारी करें तो महंगाई की मार को काफी कम कर सकते हैं।
तो आइये जानते हैं कि ये कैसे किया जा सकता है। खरीददारी कैसे की जाती है ये आप सभी अच्छी तरह जानते हैं। किसी प्रोडक्ट को चुनने में क्या-क्या चरण होते हैं ये हम सब जानते हैं।
बस एक गलती है जो कई बार हो जाती है। हम कुछ चरणों (steps) को आगे-पीछे कर देते हैं।
सबसे पहले चरण में आप अपनी आवश्यकता को पहचानते हैं। जब महंगाई तेज़ी से बढ़ रही हो तो इस चरण पर ये चिंतन करना लाभकारी होता है कि हमारी आवश्यकता कितनी आवश्यक है।
अगर बहुत आवश्यक न हो तो हम यहीं पर बात को खत्म कर सकते हैं।
पर यदि कोई चीज़ खरीदनी आवश्यक हो तो दूसरा कदम आता है कि उस चीज़ के बारे में अलग-अलग जगह पर पता करना। आज के समय में यह काम आप तीन जगह कर सकते हैं
यह दूसरा कदम पूरा कर लेने पर आपके पास एक ही उत्पाद की कई सारी varieties के कई सारे स्रोत की सूची बन जायेगी।
यदि आप टीवी खरीदना चाह रहे हैं तो आपको पता लगेगा कि Samsung, LG, Sony इत्यादि इन सब ब्रैण्ड के साथ-साथ लोकलunbranded टीवी भी मिलते हैं। आपको कीमत की रेंज का पता चलेगा कि एक ही साईज़ का टीवी आपको दस हजार में भी मिलेगा और पचास हजार में भी मिलेगा। कुछ टीवी आफर के साथ हैं तो कुछ के साथ फ्री गिफ्ट मिल रहे हैं।
तो ऐसे में आपके पास विकल्पों की लम्बी सूची बन जाती है।
अब आता है वो तीसरा कदम जहां पर हमसे सबसे बड़ी गलती हो जाती है।
और वो गलती है कीमत को देखकर किसी उत्पाद को चुनना और खरीदना।
वास्तव में, आपको इस तीसरे कदम पर छः चीजें क्रमानुसार देखनी-परखनी हैं।
तो एक-एक करके इन सभी पर संक्षेप में विचार करते हैं।
Quality
यदि आप बाजार में हैं तो आप प्रोडक्टर की क्वालिटी को अपने अनुभव के आधार पर परख सकते हैं। यदि आप औनलाईन देख रहे हैं तो आप प्रोडक्ट की फोटो या वीडियो ही देख सकते हैं जिससे आपको क्वालिटी का अनुमान हो जाता है।
Product Reviews
औनलाईन शौपिंग में विशेष रूप से प्रोडक्य के रिव्यू बहुत सहायक होते हैं। देशभर में लोगों का क्या अनुभव रहा उस उत्पाद के साथ, इसे सटीकता से जानने का यह एक तरीका है।
पर यदि आप बाजार से खरीद रहे हैं तो आप अपने दोस्तों या अन्य परिचित लोगों को पूछ सकते हैं। उन्होंने अगर वह उत्पाद खरीदा होगा तो आप न केवल उनके अनुभव जान सकेंगे बल्कि उत्पाद को असल में काम करते हुए देख भी सकेंगे।
Multiple Uses of Product
इस बात पर भी ध्यान दिया जा सकता है क्या जो उत्पाद आप खरीदना चाहते हैं वो आपके एक ही काम आयेगा या फिर कुछ और भी काम आ सकता है।
उदाहरण के लिए जैसे हमारी गरुड प्रीमियम गार्डन पाईप है। Garud PREMIUM Garden Pipe आपके गार्डनिंग के अलावा और भी कई काम आसान बनाती है, जैसे किToxin Free होने के कारणOrganic Farming के लिए उपयुक्त है, सभी तरह केSprinklers के साथ काम करती है, अधिक प्रैशर वाले जल स्रोत पर भी काम करती है इत्यादि।
Service Life
कोई भी चीज़ चाहे कितनी भी सस्ती हो, कितनी भी सुन्दर हो, कितनी भी दुर्लभ हो पर अगर वो आपको बहुत ही जल्दी-जल्दी बदलनी पड़े तो वो एक परेशानी बन जाती है। हालांकी उद्योगपति तो यही चाहेंगे कि आपकी प्रोड्क्ट जल्दी से पुरानी पड़ जाये और आप नयी खरीदने आयें, परन्तु इसमें केवल आपकी, उपभोक्ता की ही हानि है।
इसलिये जब भी दोस्तों से या फिर औनलाईन रिव्यू पढ़ें तो यह भी देखें कि क्या वह उत्पाद पर्याप्त समय तक काम करता रहेगा।
Chinese TV औरSony के टीवी में यही तो अन्तर है।
Price
अब बात आती है कीमत की।
किसी भी प्रोड्कट की कीमत, उस प्रोडक्ट के बारे में कोई जानकारी नहीं देती। ये बस उतने रुपये हैं जितने आपने उस प्रोड्क्ट को पाने के लिए देने हैं।
आमतौर पर कीमत को देख कर प्रोड्कट की क्वालिटी का हिसाब लगाया जाता है, जो कि गलत हो जाता है।
कई बार कहा जाता है कि सस्ती चीज़ महंगी पड़ गयी या फिर फलां चीज़ के नाजायज़ रुपये वसुले गये। कोई भी सस्ती चीज़ महंगी कैसे हो सकती है।
ये बातें हम तब करते हैं जब प्रोड्कट को हम खरीदने के बाद उपयोग करते हैं और देखते हैं कि हमें रुपये खर्च करके कितना सुख मिला, कितनी परेशानी कम हुई।
इसीलिये कीमत से अधिक आवश्यक है Value for Money. या फिर कहें कि क्या वह उत्पाद“पैसा वसूल” है या नहीं।
Value for Money
यही वो निर्णय लेने का आधार है जिससे हम जान सकते हैं कि क्या इस उत्पाद से हम सुखी रहेंगे या परेशानियां ही झेलेंगे।
वैसे मूल रूप से आप प्रोड्क्ट क्यों खरीद रहे हैं। इसीलिए कि आपकी मुश्किलें दूर हों, आपकी परेशानियां दूर हों और आपका काम आसान हो। ये तो आप कभी भी नहीं चाहेंगे कि जो चीज़ आपने अपनी एक परेशानी दूर करने के लिए खरीदी वो आपको अपनी नयी परेशानियां लाकर दे।
सस्ती गार्डन पाईप से आप पानी की बाल्टी उठाने के झंझट से तो मुक्त होंगे पर सर्दियों में पाईप टूटने और गर्मियों में तेल निकलने की परेशानी में पड़ जायेंगे। तो आप सुखी कहां हुए, आपकी परेशानियों ने अपना रूप ही बदला। आप दुःखी ही रहे।
तो Value for Money जानने का साधारण सा तरीका यही है कि पहले उत्पाद की क्वालिटी, उसके रिव्यू, उसकी सर्विस लाईफ, उसके अन्य लाभ इन सब को जान लें और फिर कीमत से तुलना करके देखें। आपको तीन-चार प्रोडक्ट की इस तरह तुलना करने से पता लग जायेगा कि आपके लिए कौनसी वस्तु श्रेष्ठतम सिद्ध होगी और आपको क्या खरीदना है।
असली फायदा “सस्ता” सौदा करने में नहीं बल्कि,“पैसा वसूल” सौदा करने में है। ऐसे में महंगाई भी आपका नुकसान नहीं कर पायेगी।
गार्डन पाईप खरीदनी है तो गरुड प्रीमियम गार्डन पाईप से ज्यादा “पैसा वसूल” सौदा कोई और नहीं। आज ही हमारी वैबसाईट पर जाकर गरुड पाईप खरीदें।